नारियल तेल

नारियल तेल के अनन्‍य गुणों के कारण बड़ी मात्रा में इसका उपयोग खाद्य, प्रसाधन एवं औद्योगिक क्षेत्रों में हो रहा है। नारियल तेल की कई खूबियॉं नीचे दी गई हैं

  •   प्राकृतिक स्रोतों से उत्‍पादित तेल
  •  कच्‍चे रूप में खाद्य योग्‍य
  •  संतृप्‍त एवं संतुलित
  •   मनमोहक स्‍वाद
  •   हल्‍का रंग
  •  सुखद मेहक
  •  जैवनिम्‍नीकरणीय
  •  ऑक्‍सीकर बासीपन से उच्‍च रोधिता
  •  तेज़ी से गलने वाला
  •  त्‍वचा अनुकूल तेल
  •   तलने में फलप्रद ताप अंतरण एजेंट
  •  तली हुई उत्‍पादों की बेहतर निधानी आयु
  •  जायका बढ़ाने वाला
  •  गहरी भुनाई के लिए उत्‍तम
  •  उत्‍तम मिष्‍टान्‍न वसा
  •  नम रोधिता प्रदान करने वाला और स्‍प्रे ऑयल प्रयोग में बैकरी पदार्थों के लिए अच्‍छी चमक देने वाला
  •  फैट सोल्‍युबिल विटामिनों के लिए सुरक्षा एजेंट एवं इसका वाहक
  •  कम लसीलापन वाला
  •  उच्‍चकोटि का शिशु तेल
  •  सबसे प्राचीन एवं सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली सौन्‍दर्यवर्धक कच्‍ची सामग्री
  •   91 प्रतिशत समीकारी ग्लिसेराइड युक्‍त
  •  अधिकतम ग्लिसेरिन संघटक
  •  सर्दी में भी आसानी से साबुनीकरणीय
  •  त्‍वचा, खोपड़ी एवं के श के लिए बेहतर मृदुकारक
  •   नियमित मालिश करने पर त्‍वचा को नरमी एवं लचीलापन प्रदान करने वाला
  •  मालिश तेल के रूप में प्रयोग करने से त्‍वचा में आसानी से फैलने वाला
  •  केश तेल का उत्‍तम आधार
  •  बालों की चमक बढ़ाने वाला
  •  रोगाणुनाशी और जीवाणुरोधक विशेषता वाला
  •  वाष्‍पीकरण के कारण त्‍वचा से जल का नष्‍ट होना कम करता है
  •  गर्मी से त्‍वचा को सुरक्षित रखता है
  •  त्‍वचा में जल्‍दी समाने वाला और उच्‍च जल अवशोषण क्षमता वाला
  •  बालों की जड़ों को पोषण देने वाला और शरीर को ठंडक प्रदान करने वाला
  •   साबुन दृढ़ करने वाला तथा झागदार बनाने वाला
  •  प्रदीपक और स्‍नेहक
  •   खुले दीपदानों में प्रयोग करने पर धुँआधार ज्‍वाला नहीं छोड़ने वाला
  •  हाइड्रोजनेशन पर बहुत कम परिवर्तनीय
  •  अन्‍य तेलों में अच्‍छी तरह घुलनशील
  •  आसानी से जल-अपघटनशील
  •  उच्‍चतम साबुनीकरणीय अंक और निम्‍नतम आयडिन अंक वाला
  •  जैवनिम्‍नीकरणीय प्रकृति के कारण रासायनिक उद्योगों में संभाव्‍य कच्‍ची वसीय सामग्री
  •  फिल्‍ड मिल्‍क बनाने में और शिशु आहार फॉर्मुला में वसा का उत्‍तम स्रोत
  •  नहाने का साबुन, शेविंग क्रीम, लिक्विंड साबुन, नैचुरल शैम्‍पू एवं अन्‍य सौन्‍दर्यवर्धक सामग्रियों के निर्माण में अनिवार्य घटक
  •  वांछित पायसीकरण विशेषता युक्‍त
  •  पुन: तापन करने पर भी कोई हानिकारक प्रभाव नहीं डालता है।
  •  डीज़ल ईंधन के रूप में परिवर्तनीय
  •  घी के बदले में उपयोग किए जाने वाले पदार्थों में अनिवार्य घटक
  •  मोनोग्लिसेसाइड, वसीय एस्‍तर, पॉलियोल एस्‍तर, फैटी एथनोलैमिड एथोक्‍साइलेट, पॉलीसोरबेट और बिटाइन्‍स
  •  फैटी क्‍लोराइड्स, फैटी एल्‍कोहॉल सल्‍फेट और फैटी एल्‍कोहॉल एथसल्‍फेट जैसे फैटी एल्‍कोहॉल संजात निहित है।

पौष्टिकर/औषधीय

  •  कोलेस्‍ट्रॉल नहीं है ( सभी वानस्‍पतिक तेलों में कोलेस्‍ट्रॉल नहीं होते हैं, किंतु पशु वसा में कोलेस्‍ट्रॉल होता है उदाहरणा‍र्थ: गाय का दूध, मक्‍खन, घी, दही, मांसाहार आदि)
  •  शिशु आहार का उत्‍तम ऊर्जा स्रोत
  •  विटामिन ई युक्‍त
  •  वांछित गुण एवं कार्यक्रियाओं वाली लघु एवं मध्‍यम श्रृंखला वाले वसीय अम्‍ल या मध्‍यम श्रृंखला वाले ट्राइग्लिसेराइड
  •  शरीर में वसा संचयन कम करता है
  •  आसानी से ऑक्‍सीकृत होने वाला और इसलिए ऊर्जा का उत्‍तम स्रोत
  •  अवशेषण, पाचन एवं चयापचयन क्रियाओं में कोई वाहन तंत्र आवश्‍यक नहीं है
  •  ओमेगा 6 वसीय अम्‍त अत्‍यंत कम मात्रा में है
  •  आहार के रूप में लेते समय ओमेगा 6 और ओमेगा 3 के बीच का आरोग्‍यकर अनुपात बनाए रखने में सहायक
  •  लोरिक अम्‍ल से भरपूर, रोगप्रतिरोधी वसीय अम्‍ल संजात मॅनोलोरिन का स्रोत
  •  इसमें 6-8 प्रतिशत मोनोअनसैचुरेटेड ऑलीक एसिड निहित
  •  कुछ खास प्रकार के रासायनिक कैन्‍सरजनों के खिलाफ रोधी प्रभाव
  •  उच्‍चतर एंटिजेनोटॉक्सिक क्रिया युक्‍त
  •  कैल्सियम के शीघ्र अवशोषण में सहायक और इससे हड्डियॉं एवं दॉंत मज़बूत होता है
  •  नारियल तेल के संतृप्‍त वसा में एंटीमाइक्रोबयल विशेषताएं निहित हैं। अत: नारियल तेल बदहजमी के कारक माइक्रोबों के खिलाफ नारियल तेल काफी फलप्रद है।
  •  नारियल तेल विटामिनों, खनिजों और अमिनो अम्‍लों के अवशोषण में सहायक है

केरल विश्‍वविद्यालय के जैवरसायनिक विभागों द्वारा किए गए अध्‍ययन से प्रकट हुआ है कि नारियल तेल:

  •  खून के संपूर्ण कोलेस्‍ट्रॉल को नहीं बढ़ाता है
  •  खून के एचडीएल कोलेस्‍ट्रॉल को बढ़ाता है
  •  नारियल गरी के साथ खाने से खून में कोलेस्‍ट्रॉल की मात्रा कम होता है
  •  एलडीएल कोलेस्‍ट्रॉल या एलडीएल कोलेस्‍ट्रॉल/एचडीएल कोलेस्‍ट्रॉल अनुपात नहीं बढ़ाता है
  •  सीरम ट्राइग्लिसेराइड कम करता है

कोलेस्‍ट्रॉल से लड़ने में नारियल तेल हमारा हथियार क्‍यों है

  •  यह मुख्‍यत: मध्‍यम श्रृंखला वाले वसीय अम्‍ल या मध्‍यम श्रृंखला वाले ट्राइग्लिसेराइड का संयोजित रूप है जो शरीर के लिए आवश्‍यक ऊर्जा के उत्‍पादन हेतु तुरंत जलाया जाता है।
  •  अन्‍य वसाओं के समान यह बॉडी फैट या कोलेस्‍ट्रॉल के रूप में परिवर्तित नहीं होता है।
  •  नारियल तेल में निम्‍न पॉलीअनसैचुरेटेड वसा अम्‍ल निहित है, यह अत्‍यंत स्थिर एवं ऑक्‍सीकरण रोधी है।
  •  इस विशेषता के कारण यह उत्‍तम कुकिंग तेल है जो हमारी कोशिकाओं को हानि पहुँचने से बचाता है।
  •  चूँकि नारियल तेल स्‍वाभाविक रूप से संतृप्‍त (>90%) है, इसके लिए हाइड्रोजनेशन की ज़रूरत नहीं पड़ता है, जिससे के उच्‍च ब्‍लड कोलेस्‍ट्रॉल और उच्‍च लॉ डेन्सिटी लिपोप्रोटीन (एलडीएल) होने की संभावना कम रहता है।
  •  दूसरी ओर, उच्‍च डेन्सिटी लिपोप्रोटीन (एचडीएल), जो कि अच्‍छा कोलोस्‍ट्रॉल है, को बढ़ाता है।
  •  एमसीटी के साथ नारियल तेल युक्‍त आहार की खपत करने से ऊर्जा स्‍तर उच्‍चतर होता है, चयापचयन क्रिया बढ़ती है और फलस्‍वरूप शरीर का वज़न कम हो जाता है।
  •  शरीर में वसा की मात्रा कम करने में नारियल तेल लाभदायक है और वज़न कम करता है क्‍यों कि अन्‍य वसाओं की तुलना में इसमें बहुत कम कलोरी निहित है।
  •  नारियल तेल में लघु एवं मध्‍यम श्रृंखलावाले वसीय अम्‍ल का अलग प्रकार संयोजन है।
  •  नारियल तेल में निहित 70 प्रतिशत से भी अधिक संतृप्‍त वसीय अम्‍ल लघु एवं मध्‍यम श्रृंखला वाले हैं जिसमं 12 से कम कार्बन अणु हैं।
  •  कुल वसीय अम्‍लों में से 63.5 प्रतिशत हिस्‍सा मध्‍यम श्रृंखला वाले वसीय अम्‍ल का है।
  •  लंबी श्रृंखला वाले ट्राइग्लिसेराइड (एलसीटी) की अपेक्षा मध्‍यम श्रृंखला वाले ट्राइग्लिसेराइड का आमाशय तथा ऊपरी छोटी इंटेस्‍टाइन में शीघ्र एवं संपूर्ण पाचन होता है।
  •  आंत्र कोशिकाओं में एमसीटी हाइड्रोलिसिस उत्‍पादों का अवशोषिण ग्‍लूकोस के समान शीघ्र होता है और यह सीधे यकृत में ले जाया जाता है।
  •  दूसरी ओर एलटीसी का पाचन क्रिया धीमी गति में चलता है और पाचन क्रिया के उत्‍पादों को लिंफाटिक एवं सिस्‍टेमिक सर्कुलेशन के ज़रिए यकृत में ले जाया जाता है।
  •  फलस्‍वरूप, यकृत तक पहुँचने से पहले शरीर के सभी भागों में व्‍यवस्थित रूप से एलसीटी वितरित होता है।
  •  अत: वसा के समान एलसीटी लघु एवं मध्‍यम श्रृंखला वाले वसीय अम्‍लों की अपेक्षा बाह्य ऊतकों या वसा डिपोटों में जमा होने की संभावना काफी अधिक है।

संतृप्‍त वसा- कुछ खासियत के साथ

  •  नारियल तेल वनस्‍पति स्रोत से उत्‍पन्‍न संतृप्‍त वसा है और पशु स्रोत से उत्‍पन्‍न संतृपत वसा से इसकी तुलना नहीं की जा सकती है।
  •   नारियल तेल स्‍वास्‍थ्‍यपूर्ण है क्‍योंकि इसमें मुख्‍यत: एमसीएफए या एमसीटी निहित है जिसका आसानी से शरीर में चयापचयन होता है और ऊर्जा के रूप में शीघ्र परिवर्तित होता है।
  •  प्राकृतिक संतृप्‍त तेल होने की वजह से नारियल तेल में कोई ट्रांस फैट निहित नहीं है।
  •  संतृप्‍त वसाओं का प्रमुख रूप से दो श्रेणियों में विभाजन होता है (1) लंबी श्रृंखला वाली वसा और (2) लघु एवं मध्‍यम श्रृंखला वाली वसा।
  •  नारियल तेल में निहित मध्‍यम श्रृंखला वाली वसा मां के दूध के समान वसा वाली हैं।
  •  अत: इस तथ्‍य के बावजूद भी कि संतृप्‍त वसा हानिकारक है, नारियल तेल में निहित संतृप्‍त वसा की अपनी खासियत अलग है।
  •  लॉरिक अम्‍ल, नारियल तेल में निहित एमसीएफए में सर्वप्रमुख हें मॉं के दूध के समान विशेषतावाले हैं।
  •  जब लॉरिक अम्‍ल शरीर में प्रवेश करता है यह मॉनोलॉरिन में परिवर्तित होता है जो कि रोगप्रतिरोधिता बढ़ाने वाला घटक है।

मधुमेह रोगियों के लिए उत्‍तम

  •  एमसीटी वाले नारियल तेल की खपत अग्‍न्‍याशय में एनज़ाइम उत्‍पादन की मांग कम करता है।
  •  इससे आहार के समय, जबकि भारी मात्रा में इंसुलिन का उत्‍पादन होता है, अग्‍न्‍याशय पर कम दबाव पड़ता है और अवयव अच्‍छी तरह से काम करने लगते हैं।
  •  नारियल तेल इंसुलिन का उत्‍पादन और तेज़ करता है जिससे खून में शर्करा की मात्रा नियंत्रित किया जा सकता है।
  •  खून में निहित ग्‍लूकोस का बेहतरीन उपयोगीकरण में भी यह सहायक है।

विर्जिन नारियल तेल: सभी तेलों की जननी

  •  विर्जिन नारियल तेल विटामिनों, खनिजों और गैर ऑक्‍सीकारकों का बृहत् स्रोत है और इसलिए इसे सभी तेलों की जननी कहा जाता है।
  •  यह नारियल के ताज़े गरी से बिना कोई रासायनिक प्रक्रिया के निकाला जाता है जो नारियल का संशुद्ध रूप है और जल के समान रंग का है।
  •  विर्जिन नारियल तेल लॉरिक अम्‍ल एवं विटामिन ई का मुख्‍य स्रोत है।
  •  विर्जिन नारियल तेल ट्रांस फैटी एसिड से मुक्‍त है, मध्‍यम श्रृंखला वाले वसा या मध्‍यम श्रृंखला वाले ट्राइग्लिसेराइड जिसे लॉरिक अम्‍ल कहा जाता है से भरपूर है, जो मॉं के दूध में पाए जाने वाले विशेष प्रकार के वसाओं की समानता वाले हैं।
  •  वज़न कम होने आदि के उपचार के रूप में अक्षत नारियल तेल की खपत होती है
  •  अन्‍य प्रकार के वसाओं की तुलना में एमसीटी अधिक आसानी से एवं शीघ्र पच जाता है, क्‍योंकि आंत्र अवशोषण के लिए एनज़ाइमों और बाइल एसिडों की बहुत कम मात्रा की ही ज़रूरत पड़ती है।
  •  यकृत में एमसीटी का चयापचयन प्रक्रिया आसानी से होता है और रिपोर्ट किया गया है कि शरीर में वसा का जमना कम करके ऊर्जा के रूप में इसके उपयोग को बढ़ावा देता है।
  •  कई अध्‍ययनों ने सुझाव दिया है कि स्‍वास्‍थ्‍यपूर्ण आहार में अन्‍य वसाओं के बदले में एमसीटी तेल का प्रयोग करने से वज़न एवं शरीर का आरोग्‍यकर संयोजन बनी रहती है।
  •  इस तेल की उत्‍कृष्‍ट गुणवत्‍ताओं की वजह से यह शिशुओं की मालिश के लिए तथा त्‍वचा एवं केश में लगाने के लिए उत्‍तम तेल है।
  •  बैक्‍टीरिया, वायरस एवं फफूँदों से इन्‍फेक्‍शन लगने से त्‍वचा को बचाता है, बालों का झड़ना तथा रूसी को रोकता है ।
  •  यह मांसपेशियों में होने वाले दर्द से राहत दिलाता है।
  •  यह गैर ऑक्‍सीकारकों की कमी को पूरा करता है। गैर ऑक्‍सीकारक हमारे शरीर में मुक्‍त रैडिकलों से निपटने का स्‍वाभाविक सुरक्षा कवच है।
  •  विर्जिन नारियल तेल विटामिन सी एवं विटामिन ई से भरपूर होने के कारण उम्र के बढ़ने की प्रक्रिया को कम करता है और आपके त्‍वचा को जीवंत रखता है और खूबसूरती प्रदान करता है।
  •  यह फैट सोल्‍युबिल विटामिन ए, डी, ई एवं के के अवशोषण में भी मददगार है।
  • नारियल गरी

    •  नारियल गरी अत्‍यंत पौष्टिक एवं रेशा, विटैमिन और खनिजों का भरपूर स्रोत है।
    •  नारियल प्राकृतिक एंटी बैक्‍टीरियल और एंटी वयरल आहार है।
    •  ताज़ा या सूखा नारियल खाने से और खाना पकाने में नारियल का उपयोग करने से नारियल रेशे की खपत कर सकते हैं।
    •  कई अध्‍ययनों से पता चला है कि आहारीय रेशा दिल का दौरा पड़ने या स्‍ट्रॉक होने से बचाता है।
    •  नारियल गरी से संपुष्‍ट आहार पाचन संबंधी बिमारी से बचाता है और आंत क्रियाओं को नियमित करता है।
    •  यह थाइरोइड के क्रियाकलाप ठीक करता है और चयापचयन की दर बढ़ाता है।
    •  नारियल का आटा गरी से दूध निकालने के बाद प्राप्‍त अवशिष्‍ट है। यह सुखाकर, निर्वसीकृत करके पाउडर के रूप में पीसा जा सकता है जो गेहूँ के आटे जैसा होता है।
    •  नारियल के आटे में अपाचनीय कार्बोहाइड्रेट कम होता है और रेशों से भरपूर (61 प्रतिशत) होता है।

    हमारी परंपरा कहती है

    जिस स्रोत से तेल निकाला जाता है उसी की समान विशेषताएं तेल में भी होती है।.

    नारियल मधुर पदार्थों की श्रेणी में आता है। मधुर पदार्थों से कफ उत्‍पन्‍न होता है और यह वात एवं पित्‍त से लड़ता है। मधुर ग्रुप में आने वाले फलों की विशेषताओं के संबंध में वागभटा का कहना है कि वे निर्माता है, भारी और शीत प्रकृति के होते हैं। ईसका स्‍वाद भी मधुर हैं और पाचन के बाद भी मधुर रहता है। वे तैलाक्‍त हैं दुर्घटना में होने वाले घाव एवं चोट आदि को ठीक करता है। यह खून को साफ करता है और पित्‍त (ताप) का शमन करता है। यह कफा और वीर्य को बढ़ाता है (यौन क्षमता बढ़ाता है)।

    गुणपाठम में कहा गया है कि नारियल हमारे हृदय के लिए स्‍वीकार्य है।

    Health Benefits of Coconut Oil - Articles appeared on Coconut Journal