नारियल विकास बोर्ड

सांविधिक निकाय है जो देश में नारियल की खेती और उद्योग के एकीकृत विकास हेतु कृषि मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन स्‍थापित है और नारियल की उत्‍पादकता बढ़ाने और उत्‍पादों के विविधीकरण पर ज़ोर दिया जाता है।

अधिदेश

नारियल विकास बोर्ड सांविधिक निकाय है जो देश में नारियल के उत्पादन और उपयोग के एकीकृत विकास हेतु कृषि मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन स्‍थापित है और उत्‍पादकता की वृद्धि और उत्‍पाद विविधीकरण पर ज़ोर देता है। । बोर्ड 12 जनवरी 1981 को स्थापित हुआ और कृषि मंत्रालय, भारत सरकार के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्यरत है। इसका मुख्‍यालय केरल के कोची में है और क्षेत्रीय कार्यालय कर्नाटक के बैंगलूर, तमिल नाडु के चेन्‍नै, असम की गुवाहटी एवं बिहार के पटना में है। बोर्ड के पांच राज्‍य केन्‍द्र हैं जो ओड़िशा की पित्तापल्ली, पश्चिम बंगाल के कोलकाता, महाराष्‍ट्र के ठाणे, आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा और संघ शासित क्षेत्र अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह के पोर्ट ब्‍लेयर में स्थित हैं। देश के विविध भागों में बोर्ड के 12 प्रदर्शन सह बीज उत्‍पादन फार्म हैं और अब 10 फार्मों का रख-रखाव किया जाता है। दिल्ली में बाज़ार विकास सह सूचना केन्‍द्र स्‍थापित है। बोर्ड ने केरल में आलुवा के पास वाष़क्‍कुलम में प्रौद्योगिकी विकास केन्‍द्र की भी स्‍थापना की है।

बोर्ड के प्रकार्य

 नारियल उद्योग के विकास के लिए उपाय अपनाना, साथ ही साथ।
 नारियल खेती और उद्योग से जुड़े लोगों को तकनीकी सलाह देना।
 नारियल के अधीन क्षेत्र विस्‍तार के लिए वित्‍तीय एवं अन्‍य सहायता प्रदान करना।
 नारियल और इसके उत्‍पादों के प्रक्रमण हेतु आधुनिक प्रौद्योगिकियाँ अपनाने हेतु प्रोत्‍साहित करना।
 नारियल और इसके उत्‍पादों को अच्छा दाम मिलने हेतु उपाय अपनाना।
 नारियल और इसके उत्‍पादों का विपणन सुधारने के लिए उपायों की अनुशंसा देना।
 नारियल और इसके उत्‍पादों के आयातों और निर्यातों के नियमन के लिए उपायों की अनुशंसा देना।
 नारियल और इसके उत्‍पादों के ग्रेडों, विनिर्देशों और मानदंडों का निर्धारण।
 नारियल का उत्‍पादन बढ़ाने और नारियल की गुणवत्‍ता एवं पैदावार में सुधार लाने के लिए उपयुक्‍त योजनाएं वित्‍तपोषित करना।
 नारियल और इसके उत्‍पादों के कृषीय, प्रौद्योगिकीय, औद्योगिक या आर्थिक अनुसंधान हेतु सहायता देना, प्रोत्‍साहन देना, समर्थन करना और वित्‍तपोषण करना ।
 नारियल और इसके उत्‍पादों से संबंधित आँकड़े इकट्ठा करना और प्रकाशित करना।
 नारियल और इसके उत्‍पादों के संबंध में प्रचार कार्य करना तथा पुस्‍तकों एवं पत्रिकाओं का प्रकाशन करना।

अधिनियम में निर्धारित लक्ष्‍यों को साकार करने के उद्देश्य से बोर्ड अपनी स्थापना से लेकर विभिन्न योजनाएं तैयार करते और कार्यान्वित करते आ रहे हैं।

प्रमुख क्षेत्र

 गुणवत्‍तापूर्ण रोपण सामग्रियों का उत्‍पादन बढ़ाना।
 नारियल के अधीन अधिकाधिक क्षेत्र लाकर उसकी भावी उत्‍पादन क्षमता सृजित करना।
 वर्तमान नारियल जोतों की उत्‍पादकता सुधारना
 मुख्‍य कीटों और रोगों का एकीकृत प्रबंधन
 उत्‍पाद विविधीकरण और उपोत्‍पाद उपयोगिता को बढ़ावा देकर नारियल उद्योग को मज़बूत करना

पुस्‍तकालय सेवाएं

  1. उधार सेवा
  2. अंतर पुस्‍तकालय उधार
  3. संदर्भ सेवा
  4. सामयिक सूचना सेवा
  5. रिप्रोग्रा‍फिक सेवा

प्रौद्योगिकी

  1. परियोजना की व्‍यवहार्यता का अध्‍ययन करना और परियोजना की व्‍यवहार्यता की विस्‍तृत रिपोर्ट तैयार करना।
  2. नारियल आधारित उत्‍पादों की तकनीकी जानकारी प्रदान करना, जैसे
    • डाब पानी का पैकेजिंग और परिरक्षण
    • नारियल पानी आधारित सिरका
    • नम-संसाधित नारियल तेल
    • विर्जिन नारियल तेल
  3. नारियल आधारित इकाइयाँ स्‍थापित करने के लिए उद्यमियों को तकनीकी मार्गदर्शन देना।

गुणवत्ता परीक्षण संयंत्र

एरणाकुलम के आलुवा में, वाष़क्‍कुलम स्थित बोर्ड के प्रौद्योगिकी विकास केन्‍द्र में खोपरा, नारियल तेल व सिरके के रासायनिक विश्‍लेषण की सुविधाएं उपलब्‍ध हैं।

Fअधिक जानकारी के लिए कृपया संपर्क करें : नारियल विकास बोर्ड, प्रौद्योगिकी विकास केन्‍द्र, कींपुरम, साउथ वाष़क्‍कुलम, आलुवा, एरणाकुलम, पिन- 683 105 दूरभाष : 0484- 2679680 ई मेल-citaluva(a)gmail(dot)com

नारियल विकास बोर्ड एक सांविधिक निकाय है जो उत्‍पादकता सुधार और उत्‍पाद विविधीकरण को फोकस करके देश में नारियल की खेती और उद्योग के एकीकृत विकास हेतु कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन स्‍थापित है। इस साइट की रूपकल्‍पना, विषय सामग्री का स्‍वामित्‍व और इसका अनुरक्षण एवं अद्यतन कार्य नारियल विकास बोर्ड, कोची, भारत द्वारा किया जाता है। नेशनल इंफोर्मेटिक्‍स सेंटर ने इसे होस्ट किया है, इस साइट में दी गई विषय सामग्री से संबंधित सभी पूछताछ/राय kochi.cdb(at)gov(dot)in को भेजें।